स्मार्टफोन ऐप्स व महिला सुरक्षा

Authors

  • मनीष पटेल

Abstract

महिलाओं की सुरक्षा का प्रश्न आधुनिक युग में भी चिंता का विषय बना हुआ है। हम जैसे-जैसे वैज्ञानिक प्रगति कर रहे हैं वैसे-वैसे महिलाओं की सुरक्षा की नई चुनौतियाँ भी हमारे सामने आ रही हैं। हर दिन महिलाएँ आपराधिक घटनाओं का शिकार हो रही हैं। महिलाओं के प्रति आपराधिक घटनाओं से निबटने में अब तकनीक एक प्रमुख हथियार के रूप में सामने आई है। डिजिटल प्रौद्योगिकी व 4ळध्5ळ तकनीक ने इसे और मजबूत बना दिया है। आज अधिकांश महिलायें स्मार्टफोन का प्रयोग करती हैं। महिला सुरक्षा के लिये नित नए ऐप्स विकसित हो रहे हैं जो महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने में सहायक सिद्ध हो रहे हैं। उदाहरण आई.एम. सेफ, मी अगेस्ट रेप, दामिनी, हिम्मत, पैनिक बटन तथा सर्कल्स ऑफ सिक्स आदि। ये सुरक्षा ऐप्स एक आधुनिक तकनीक है जो महिलाओं की सुरक्षा के लिये स्मार्टफोन के जरिए एक सरल व प्रभावशाली प्लेटफार्म उपलब्ध कराते हैं। ये ऐप्स एक क्लिक में ऐक्टिव हो जाते हैं और महिला द्वारा दिये गये नंबर पर मैसेज या कॉल स्वतः चले जाते हैं। इससे महिला के संकट में होने का संकेत मिल जाता है और उसकी लोकेशन ट्रेस हो जाती है। इससे विपरीत स्थिति में महिला को तत्काल मदद उपलब्ध करा पाना सम्भव हो पाता है।
प्रस्तुत शोधपत्र में महिला सुरक्षा के दृष्टिगत मोबाइल ऐप्प की उपादेयता तथा हाल के वर्षों में इन ऐप्स के बढ़ते प्रयोग को जानने का प्रयास किया गया है।
मुख्य शब्दः - स्मार्टफोन, महिला सुरक्षा, जी. पी. एस. तकनीक तथा मोबाइल ऐप्स।

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Published

02-09-2023

How to Cite

मनीष पटेल. (2023). स्मार्टफोन ऐप्स व महिला सुरक्षा. Ldealistic Journal of Advanced Research in Progressive Spectrums (IJARPS) eISSN– 2583-6986, 2(09), 117–119. Retrieved from https://journal.ijarps.org/index.php/IJARPS/article/view/143

Issue

Section

Research Paper