लखीमपुर खीरी जनपद में चीनी एवं खांडसारी उद्योग का आर्थिक एवं पर्यावरणीय अध्ययन

Authors

  • प्रो० नूतन सिंह

Abstract

अपने देश में कृषि आधारित उद्योग धंधों में चीनी का महत्वपूर्ण स्थान है तथा देश के आर्थिक विकास में भी इस उद्योग की महत्वपूर्ण भूमिका है। यह उद्योग न केवल ग्रामीण एवं शहरी जनता के लिए रोजगार सृजन करता है अपितु जनपद की अर्थव्यवस्था के संचालन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। प्राकृतिक रूप से गन्ने से अनेकों प्रकार की खाद्योपयोगी वस्तुएं निर्मित होती हैं तथा उप उत्पादों में खोई, शीरा, इथेनाल, उर्वरक हैण्ड सेनेटाइजर इत्यादि बनते हैं।
वस्तुतः चीनी उद्योग से निर्मित होने वाली वस्तुओं का हमारे दैनिक जीवन में बहुत उपयोग है। अनेकों आर्थिक लाभों के बावजूद इस उद्योग से स्थानीय स्तर पर कुछ पर्यावरणीय समस्याएं पैदा होती हैं द्यमुख्यतः चीनी एवं गुड़ उद्योग से उपजने वाले अन्य सूखे या गीले उप उत्पादों को यदि बिना उपचारित किये मिट्टी में दबा दिया जाय या पानी में बहा दिया जाता है जो पर्यावरण के लिए हानिकारक है। इस शोध पत्र में चीनी एवं गुड़ का उत्पादन तथा इसके उप उत्पादन की आर्थिक व सामाजिक जीवन में भूमिका का अध्ययन किया गया है।
बीज शब्द -चीनी, गन्ना, खांडसारी, इथेनाल, उप उत्पाद, खोई ,शीरा, मई, फ्लाई ऐश।

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Published

01-12-2023

How to Cite

प्रो० नूतन सिंह. (2023). लखीमपुर खीरी जनपद में चीनी एवं खांडसारी उद्योग का आर्थिक एवं पर्यावरणीय अध्ययन. Ldealistic Journal of Advanced Research in Progressive Spectrums (IJARPS) eISSN– 2583-6986, 2(12), 113–121. Retrieved from https://journal.ijarps.org/index.php/IJARPS/article/view/297

Issue

Section

Research Paper