महाविद्यालयों के संस्थागत वातावरण के संदर्भ में राजकीय एवं अनुदानित पुरुष शिक्षकों की व्यावसायिक प्रतिबद्धता का अध्ययन
Abstract
आधुनिक परिपेक्ष्य में शिक्षक और शिक्षार्थी दोनों की भूमिकाएँ व सम्बन्ध बदल रहे हैं। जहाँ शिक्षक मात्र पाठ्यक्रम के माध्यम से ही विद्यार्थी से जुड़ना अपना कर्तव्य समझता है वहीं शिक्षार्थी का शिक्षक से सम्बन्ध भी मात्र कक्षा-कक्ष तक ही सीमित रह गया है। क्योंकि आज पठन-पाठन कार्य संगठित शिक्षण संस्थाओं में होता है। आधुनिक शैक्षिक संस्थाएँ अनेक कारकों से प्रभावित रहती हैं। इन समस्त कारकों का प्रभाव शिक्षण संस्था के वातावरण पर भी पड़ता है जो शिक्षण-अधिगम की प्रक्रिया को प्रभावित करता हैगत कुछ वर्षों में इन्हीं समस्याओं का समाधान करने हेतु अनेक शोध कार्य किए गए हैं। प्रस्तुत शोध कार्य हेतु भी शोधार्थी द्वारा ऐसे ही कुछ चरों व कारकों का चयन किया गया है जो शिक्षण अधिगम व शिक्षक की कार्यप्रणाली को प्रभावित करते है। प्रस्तुत शोध अध्ययन हेतु शोधार्थी द्वारा राजकीय व अनुदानित महाविद्यालयों के संस्थागत वातावरण, शिक्षकों की व्यावसायिक प्रतिबद्धता जैसे चरों व कारकों का अध्ययन किया जाना प्रस्तावित है। संस्थागत वातावरण के सभी स्तरों पर अनुदानित शिक्षक अधिक व्यवसायिक प्रतिबद्ध है। इसके विभिन्न कारण हो सकते हैं, जैसे अनुदानित महाविद्यालयों में मानवीय संसाधनों का पर्याप्त होना। अनुदानित महाविद्यालयों में भौतिक संसाधनों का पर्याप्त होना। अनुदानित महाविद्यालयों में शैक्षिक संसाधनों व पर्यावरण का अच्छा होना। अनुदानित महाविद्यालयों में प्रबंधन व अनुशासन का उत्तम होना।
Keywords:- महाविद्यालयों का संस्थागत वातावरण, संदर्भ, राजकीय एवं अनुदानित पुरुष शिक्षक, व्यावसायिक प्रतिबद्धता
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