पंचायती राज व्यवस्था के अंतर्गत महिला सशक्तिकरणः चुनौतियां एवं समाधान
Abstract
संपूर्ण सामाजिक व्यवस्था में बदलाव के लिए आधी दुनिया कहीं जाने वाली महिलाओं का सशक्तिकरण आज के आधुनिक युग की अनिवार्य जरूरत है। केवल शीर्ष स्तर पर कुछ महिलाओं को कुछ दायित्व व शक्तियां दे देने से महिलाओं का सशक्तिकरण नहीं हो जाएगा, बल्कि इसके लिए ग्रास रूट स्तर पर शासन व्यवस्था की सबसे छोटी परंतु सबसे प्रभावकारी इकाई स्थानीय स्वशासन के स्तर पर महिलाओं को उनका हक तथा अधिकार मिलना चाहिए। जिससे महिलाएं स्वतंत्र रूप से संवैधानिक शक्तियों का प्रयोग कर सके तथा बिना किसी दबाव के स्वतंत्र रूप से स्वयं अपने तथा अन्य विषयों पर निर्णय ले सकें। इसके लिए राजनीतिक सामाजिक तथा शैक्षिक स्तर पर उन्हें समान स्वतंत्रता, समानता व अवसर का हक तो मिलना ही चाहिए साथ ही आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने का अवसर भी प्राप्त होना चाहिए। तभी महिलाएं ग्रामीण विकास में महत्वपूर्ण एवं सशक्त भूमिका निभा सकतीे हैं।
कीवर्ड - स्थानीय स्वशासन, सशक्तिकरण, ग्रास रूट, स्वतंत्रता, समानता, अवसर, आत्मनिर्भरता।
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