चरखारी तहसील में जल संसाधनों का संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण का अध्ययन

Authors

  • रूचि जायसवाल1

Abstract

चरखारी तहसील, उत्तर प्रदेश के महोबा जिले का एक प्रमुख क्षेत्र है, जो जल संकट और जल प्रदूषण की गंभीर समस्याओं से जूझ रहा है। यद्यपि इस क्षेत्र में कई तालाब, कुएं और अर्जुन बांध जैसे जल स्रोत हैं, परंतु अनियंत्रित जल का उपभोग, अव्यवस्थित अपशिष्ट प्रबंधन, रासायनिक उर्वरकों एवं कीटनाशकों का अंधाधुंध प्रयोग,के कारण ये जल स्रोत तेजी से प्रदूषित हो रहे हैं। अनियंत्रित खनन और जल संसाधनों की मानसून के ऊपर निर्भरता के कारण यहां का भूजल स्तर कम होता जा रहा है।
इस शोध का उद्देश्य चरखारी में जल संरक्षण की वर्तमान स्थिति का आकलन, प्रदूषण के मुख्य स्रोतों की पहचान, प्रदूषण नियंत्रण के प्रयासों का विश्लेषण एवं जल संरक्षण संबंधी विभिन्न योजनाओं एवं जन जागरूकता कार्यक्रमों का मूल्यांकन करना है।
प्रशासनिक असंगति और वित्तीय कठिनाइयां इन योजनाओं के लागू होने में मुख्य चुनौती है।साथ ही जन भागीदारी एवं जल प्रदूषण के प्रति ग्रामीणों में जागरूकता का अभाव भी मुख्य समस्या है। चरखारी में जल संरक्षण और जल प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए वर्षा जल संचयन, जैविक कृषि को प्रोत्साहन देना समुदाय आधारित जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन, प्रशासनिक समन्वयन और और जन भागीदारी अत्यंत जरूरी है।
शब्द कुंजी- रासायनिक उर्वरक, बायोलॉजिकल कंट्रोल, जल संरक्षण, जल प्रदूषण

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Published

31-10-2024

How to Cite

रूचि जायसवाल1. (2024). चरखारी तहसील में जल संसाधनों का संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण का अध्ययन. Ldealistic Journal of Advanced Research in Progressive Spectrums (IJARPS) eISSN– 2583-6986, 3(10), 176–180. Retrieved from https://journal.ijarps.org/index.php/IJARPS/article/view/437

Issue

Section

Research Paper