संवेदनशील तटीय क्षेत्रों पर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव

Authors

  • डॉ0 प्रभात सिंह1

Abstract

जलवायु परिवर्तन एक गंभीर वैश्विक मुद्दा बनकर उभरा है,। दुनिया भर के तटीय क्षेत्र तेजी से जलवायु परिवर्तन के हानिकारक प्रभावों का अनुभव कर रहे हैं, सबसे कमजोर क्षेत्र इन प्रभावों का खामियाजा भुगत रहे हैं। जो समुद्र के बढ़ते स्तर, बढ़ती तूफान की तीव्रता और बदलते मौसम के पैटर्न के कारण विशेष रूप से असुरक्षित हैं। यह अध्ययन जलवायु परिवर्तन के कारण कमजोर तटीय क्षेत्रों के सामने आने वाली विशिष्ट चुनौतियों की जांच करता है, जिसमें समुद्र के बढ़ते स्तर, चरम मौसम की घटनाओं की बढ़ती आवृत्ति और उसके बाद के सामाजिक-आर्थिक परिणामों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। अध्ययन हाशिए पर रहने वाले समुदायों पर असंगत प्रभाव पर प्रकाश डालता है, वर्तमान शमन और अनुकूलन रणनीतियों की प्रभावशीलता का आकलन करता है। जिससे इन क्षेत्रों मे जोखिमों को कम कर सकते है।
शब्द संक्षेप- पर्यावरणीय मुद्दे, जलवायु परिवर्तन, संवेदनशील तटीय क्षेत्र, असंगत प्रभाव

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Published

07-12-2024

How to Cite

डॉ0 प्रभात सिंह1. (2024). संवेदनशील तटीय क्षेत्रों पर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव. Ldealistic Journal of Advanced Research in Progressive Spectrums (IJARPS) eISSN– 2583-6986, 3(12), 5–10. Retrieved from https://journal.ijarps.org/index.php/IJARPS/article/view/495

Issue

Section

Research Paper