समकालीन कविता में पर्यावरणीय चेतना

Authors

  • प्रो0 इन्दु यादव1

Abstract

पर्यावरण वह है जो कि प्रत्येक जीव के साथ जुड़ा हुआ है और हमारे चारों तरफ वह हमेशा व्याप्त होता है। सामान्य अर्थों में यह हमारे जीवन को प्र्रभावित करने वाले सभी जैविक और अजैविक तत्वों, तथ्यों प्रक्रियाओं और घटनाओं के समुच्चय से निर्मित इकाई है।
कीवर्ड- पर्यावरण, समकालीन कविता, पर्यावरणीय चेतना

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Published

31-12-2024

How to Cite

प्रो0 इन्दु यादव1. (2024). समकालीन कविता में पर्यावरणीय चेतना. Ldealistic Journal of Advanced Research in Progressive Spectrums (IJARPS) eISSN– 2583-6986, 3(12), 160–163. Retrieved from https://journal.ijarps.org/index.php/IJARPS/article/view/527

Issue

Section

Research Paper