जलवायु परिवर्तन, मानव एवं पर्यावरणीय स्वास्थ्य

Authors

  • डॉ. नगमा खानम

Abstract

सर्वविदित हैं कि पृथ्वी पर, पृथ्वी के औसत तापमान में वृद्धि होना ही वैश्विक तापन है तथा इसी प्रकार पृथ्वी की जलवायु में प्रकृति के विपरीत होने वाले परिवर्तन को, जलवायु परिवर्तन या क्लाइमेटचेंज कहते है वि इसका सबसे प्रमुख कारण ग्रीनहाउस गैसों को माना जा सकता है इन गैसों में CO2, CFC, O3, N2O आदि शामिल है, इसके अतिरिक्त ओजोन परत का पतला होना, वायु प्रदूषण जल प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण, वनों की कटाई, उद्योग धंधों तथा परिवहन के माध्यम से अंधाधुंध धुये का निकलना, यह सभी कारण भी इन सभी गैसों को बढ़ावा देते हैं और वर्तमान समय में इसके अतिरिक्त अत्यधिक कार्बन का, कुछ देशों (चीन, अमेरिका, यूरोपीय संघ, भारत) द्वारा उत्पादन होना व वर्तमान समय में इसका एक सबसे प्रमुख कारण हथियारों की होड़ को भी माना जा सकता है जिसने पूरे विश्व को एक बारूद के ढेर पर खड़ा कर दिया हैं। आए दिन होने वाले विभिन्न हथियारों के परीक्षणों ने पर्यावरण पर बहुत बड़ा आघात किया है।
बीज शब्द- जलवायु परिवर्तन, वैश्विक तापन, पर्यावरण, मानव, वैश्विक मुद्दे, औद्योगिकीकरण, जीवाश्म ईंधन, प्रदूषण।

Additional Files

Published

27-02-2025

How to Cite

डॉ. नगमा खानम. (2025). जलवायु परिवर्तन, मानव एवं पर्यावरणीय स्वास्थ्य. Ldealistic Journal of Advanced Research in Progressive Spectrums (IJARPS) eISSN– 2583-6986, 4(02), 84–95. Retrieved from https://journal.ijarps.org/index.php/IJARPS/article/view/584

Issue

Section

Research Paper