भारतीय संविधान एवं भारत में महिला अधिकार संरक्षण

Authors

  • डॉ (श्रीमती) सुदीपमाला

Abstract

भारतीय संविधान सामाजिक न्याय और समता के मूल सिद्धांतों पर आधारित है, जिसमें महिलाओं को विशेष अधिकार एवं संरक्षण प्रदान किया गया है। भारतीय लोकतंत्र में महिलाओं को समानता, स्वतंत्रता, और गरिमा का जीवन सुनिश्चित करने के लिए कई संवैधानिक उपबंधों और विधिक उपायों की व्यवस्था की गई है। यह शोध पत्र संविधान में निहित महिला अधिकारों की व्याख्या करते हुए भारत में उनके संरक्षण की वर्तमान स्थिति का विश्लेषण करता है। साथ ही, इसमें कानूनी प्रावधानों, न्यायिक दृष्टिकोण और सरकारी योजनाओं के माध्यम से महिला सशक्तिकरण के प्रयासों को रेखांकित किया गया है। यह अध्ययन यह स्पष्ट करता है कि यद्यपि संवैधानिक रूप से महिलाओं को पर्याप्त अधिकार दिए गए हैं, परंतु व्यावहारिक स्तर पर उनके प्रभावी क्रियान्वयन में अनेक चुनौतियाँ अब भी विद्यमान हैं।
कीवर्ड - भारतीय संविधान, महिला अधिकार, लैंगिक समानता, महिला सशक्तिकरण, विधिक संरक्षण, मौलिक अधिकार, सामाजिक न्याय

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Published

30-04-2025

How to Cite

डॉ (श्रीमती) सुदीपमाला. (2025). भारतीय संविधान एवं भारत में महिला अधिकार संरक्षण. Ldealistic Journal of Advanced Research in Progressive Spectrums (IJARPS) eISSN– 2583-6986, 4(04), 151–155. Retrieved from https://journal.ijarps.org/index.php/IJARPS/article/view/684

Issue

Section

Research Paper