डिजिटल युग में शिक्षक-छात्र सम्बन्धः भारतीय उच्च शिक्षा के सन्दर्भ में डा॰ बनवारी1
Abstract
डिजिटल युग ने भारतीय उच्च शिक्षा में शिक्षक-छात्र सम्बन्धों को नई दिशा दी है। तकनीकी प्रगति ने शिक्षा को अधिक सुलभ और लचीला बनाया है, जिससे संवाद और शिक्षण विधियों में बड़े बदलाव आए हैं। ऑनलाइन शिक्षा, वर्चुअल कक्षाएँ, और डिजिटल संसाधनों ने शिक्षकों और छात्रों के बीच सम्पर्क बढ़ाया है, लेकिन इसके साथ ही व्यक्तिगत संवाद की कमी, डिजिटल विभाजन, और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी चुनौतियाँ भी सामने आई हैं।
यह शोध डिजिटल शिक्षा के सकारात्मक और नकारात्मक प्रभावों का विश्लेषण करता है, विशेष रूप से भारतीय उच्च शिक्षा प्रणाली के संदर्भ में। यह डिजिटल उपकरणों के बढ़ते उपयोग, ऑनलाइन शिक्षण के प्रभाव, और शिक्षक-छात्र संवाद में आए बदलावों की समीक्षा करता है। इसके अलावा, यह अध्ययन शिक्षकों की बदली हुई भूमिका, छात्रों की सीखने की शैली में हुए परिवर्तन, और डिजिटल माध्यमों के सामाजिक और मानसिक प्रभावों को उजागर करता है।
इस शोध के निष्कर्ष दर्शाते हैं कि डिजिटल युग में शिक्षा अधिक समावेशी और प्रभावी हो सकती है, बशर्ते कि डिजिटल संसाधनों की समान उपलब्धता और मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी जाए। भारतीय उच्च शिक्षा में डिजिटल नवाचारों को अपनाने के साथ-साथ उनके प्रभावों को संतुलित करना आवश्यक है।
मुख्य शब्दः डिजिटल युग, शिक्षक-छात्र सम्बन्ध, उच्च शिक्षा, ऑनलाइन शिक्षा, तकनीकी बदलाव, संवाद, भारतीय शिक्षा, मानसिक स्वास्थ्य, डिजिटल उपकरण, सामाजिक प्रभाव
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