रामकृष्ण मिशन: स्थापना एवं विस्तार
Abstract
श्रीरामकृष्ण परमहंस के प्रमुख अनुयायी स्वामी विवेकानंद द्वारा स्थापित रामकृष्ण मिशन मुख्य रूप से अद्वैत वेदांत, एक हिंदू दर्शन, साथ ही चार योगिक आदशों ज्ञान, भक्ति, कर्म और राज योग को बढ़ावा देता है। “आत्मानों मोक्षार्थं जगद् हिताय च”, स्वयं के उद्धार के लिए तथा विश्व के कल्याण के लिए, आदर्श वाक्य के साथ रामकृष्ण मिशन एवं रामकृष्ण मठ की स्थापना की गई थी। इस आदर्श वाक्य को तैयार करने का श्रेय स्वामी विवेकानंद को जाता है। प्रस्तुत लेख के अंतर्गत रामकृष्ण मिशन के उद्धव एवं उसके विस्तार की गहन चर्चा की गई है, जिसके अंतर्गत यह बताया गया है कि रामकृष्ण मिशन की स्थापना के आधार क्या थे एवं किस प्रकार रामकृष्ण मिशन का विस्तार तीन कालखंडों में हुआ है। रामकृष्ण मिशन के विकास में स्वामी विवेकानंद के अतिरिक्त श्रीरामकृष्ण परमहंस के अन्य अनुयायियों का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है। प्रस्तुत अध्ययन हेतु द्वितीयक स्रोतों का प्रयोग करते हुए वर्णनात्मक एवं विश्लेषणात्मक विधियों के माध्यम से किया गया है।
मुख्य शब्द- रामकृष्ण मिशन, उद्भव, विस्तार।
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