भारत में 21वीं सदी के युवाओं के विकास के लिए रोजगार उन्मुख शिक्षा एवं विभिन्न कौशल विकास की भूमिका
Abstract
भारत में 21वीं सदी के युवाओं के विकास आर्थिक सामाजिक प्रगति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। अतः बदलती अर्थव्यवस्था और तकनीकी प्रगति के साथ रोजगार उन्मुख शिक्षा और कौशल विकास ने शिक्षा प्रणाली में केंद्र बिंदु की भूमिका निभाई है। भारत के युवाओं के लिए रोजगार उन्मुख शिक्षा और प्रशिक्षण की अत्यधिक उपयोगिता है यह रोजगार के अवसरों को बेहतर बनाने कौशल विकास और अर्थव्यवस्था मे योगदान करने के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है भारत एक युवा देश अपनी जनसंख्या के बड़े हिस्से को रोजगार प्रदान करने की चुनौतियों का सामना कर रहा है 21वीं सदी में जहां तकनीकी प्रगति और वैश्वीकरण ने रोजगार के स्वरूप को बदल दिया है वहां पारंपरिक शिक्षा प्रणाली युवाओं को उद्योग की जरूरत के अनुसार तैयार करने में पूरी तरह सक्षम नहीं है रोजगार उन्मुख शिक्षा का उद्देश्य युवाओं को व्यवसाय का व्यावहारिक कौशल प्रदान करना है जिससे वह अत्यधिक आत्मनिर्भर बन सके और विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार प्राप्त कर सके। इस शोध पत्र में भारत में 21वीं सदी के युवाओं के विकास हेतु रोजगार उन्मुख शिक्षा की प्रासंगिकता, लाभ, चुनौतियां, संभावित समाधान पर विश्लेषण किया गया है।
मुख्य शब्द - युवाओं का विकास, रोजगार उन्मुख शिक्षा, विभिन्न कौशल
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