उच्च माध्यमिक स्तर के कला एवं विज्ञान वर्ग के छात्र-छात्राओं के आत्म-सम्प्रत्यय का तुलनात्मक अध्ययन

Authors

  • बीरेन्द्र कुमार, प्रोफेसर मधुरिमा सिंह

Abstract

मनुष्य ही समाज का निर्माणकर्ता एवं संरक्षक होता है। शिक्षा ही वह माध्यम है जिसके द्वारा मनुष्य का सर्वांगीण विकास होता है। उच्च माध्यमिक स्तर पर शिक्षा अत्यधिक महत्वपूर्ण हो जाती है तथा इस स्तर पर छात्र-छात्राओं का आत्म सम्प्रत्यय अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है। प्रस्तुत शोध का मुख्य उद्देश्य उच्च माध्यमिक स्तर के कला एवं विज्ञान वर्ग के छात्र-छात्राओं के आत्म सम्प्रत्यय का तुलनात्मक अध्ययन करना है। प्रस्तुत शोध हेतु न्यादर्श के रूप में 200 छात्र-छात्राओं का चयन किया गया है। आकंड़ो के संकलन के लिये डॉ0 आर0के0 सारस्वत द्वारा निर्मित प्रश्नावली का प्रयोग किया गया है। प्रदत्तों के विश्लेषण हेतु मध्यमान, मानक विचलन, टी-अनुपात प्रविधियों का प्रयोग किया गया है। शोध के विश्लेषण के पश्चात् निष्कर्ष हेतु पाया गया है कि कला एवं विज्ञान वर्ग के छात्र-छात्राओं के आत्म सम्प्रत्यय में सार्थक अन्तर है।
कूट शब्द - उच्च माध्यमिक स्तर, कला एवं विज्ञान वर्ग के छात्र-छात्रायें, आत्म सम्प्रत्यय।

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Published

31-05-2025

How to Cite

बीरेन्द्र कुमार, प्रोफेसर मधुरिमा सिंह. (2025). उच्च माध्यमिक स्तर के कला एवं विज्ञान वर्ग के छात्र-छात्राओं के आत्म-सम्प्रत्यय का तुलनात्मक अध्ययन . Ldealistic Journal of Advanced Research in Progressive Spectrums (IJARPS) eISSN– 2583-6986, 4(5), 229–233. Retrieved from https://journal.ijarps.org/index.php/IJARPS/article/view/773

Issue

Section

Research Paper