जलवायु परिवर्तन शमन और अनुकूलनः भारतीय परिप्रेक्ष्य

Authors

  • डॉ0 रुचि मिश्रा एवं डॉ0 स्मृति मिश्रा

Abstract

भारत विविध संस्कृतियों, भाषाओं, परिदृश्यों, जैव विविधता और परंपराओं वाला देश है। भारत की विविधता जलवायु परिस्थितियों द्वारा कायम है जो राष्ट्र के लिए एकता के सूत्र के रूप में कार्य करती हैं। भारत की जलवायु भौगोलिक स्थिति, अलग-अलग मौसम, मानसून और वर्षा के वितरण आदि जैसे विभिन्न कारकों द्वारा नियंत्रित होती है। 104 बिलियन से अधिक की आबादी वाले एक तेजी से विकासशील देश के रूप में, भारत एक जलवायु-संवेदनशील देश बन गया है, जो जैव विविधता, खाद्य और जल सुरक्षा की एक महत्वपूर्ण चुनौती का सामना कर रहा है। यह अध्ययन जलवायु परिवर्तन के अनुकूल होने और उसे कम करने के लिए भारत के दोहरे दृष्टिकोण, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों की पड़ताल करता है।
भारत में अनुकूलन रणनीतियों में जैव विविधता संरक्षण, जलवायु-अनुकूल कृषि, पारिस्थितिकी तंत्र-आधारित दृष्टिकोण, जल संसाधन प्रबंधन और शहरी लचीलापन योजना शामिल हैं। साथ ही, शमन प्रयासों में नवीकरणीय ऊर्जा में परिवर्तन, ऊर्जा दक्षता में वृद्धि, वनरोपण और संधारणीय परिवहन को बढ़ावा देना शामिल है। पेरिस समझौते के तहत भारत की प्रतिबद्धताएं, इसके अद्यतन राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान और जलवायु परिवर्तन पर राष्ट्रीय कार्य योजना और राज्य-स्तरीय जलवायु परिवर्तन पर राज्य कार्य योजना जैसी पहल इसके सक्रिय रुख का उदाहरण हैं। हालाँकि कार्यान्वयन अंतराल, वित्तीय बाधाएँ और सामाजिक-आर्थिक असमानताएँ लगातार चुनौतियाँ पेश करती हैं। भारत के लिए अपने जलवायु एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए, संस्थागत क्षमता को मजबूत करना, पारंपरिक ज्ञान को एकीकृत करना, हरित वित्त का लाभ उठाना और समावेशी शासन सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण हैं। अंततः हम कह सकते हैं कि जलवायु लचीलापन और कम कार्बन वाले भविष्य को प्राप्त करने में उदाहरण प्रस्तुत करने के लिए भारत के लिए एक व्यापक और संदर्भ-संवेदनशील दृष्टिकोण आवश्यक है।
कीवर्ड- जलवायु परिवर्तन, शमन रणनीतियाँ, अनुकूलन उपाय, सतत विकास, भारत की जलवायु नीति, राष्ट्रीय अनुकूलन योजना, नवीकरणीय ऊर्जा

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Published

30-06-2025

How to Cite

डॉ0 रुचि मिश्रा एवं डॉ0 स्मृति मिश्रा. (2025). जलवायु परिवर्तन शमन और अनुकूलनः भारतीय परिप्रेक्ष्य. Ldealistic Journal of Advanced Research in Progressive Spectrums (IJARPS) eISSN– 2583-6986, 4(06), 48–53. Retrieved from https://journal.ijarps.org/index.php/IJARPS/article/view/809

Issue

Section

Research Paper