उच्च शिक्षा में सोशल मीडिया की भूमिका

Authors

  • नेहा सक्सेना एवं प्रो0 स्वाति सक्सेना

Abstract

21वीं शताब्दी में उच्च शिक्षा स्तर पर सोशल मीडिया की भूमिका अत्यधिक महत्वपूर्ण हो गई है। सोशल मीडिया ने शिक्षा को अत्यधिक सुविधाजनक व आकर्षक बना दिया है। सोशल मीडिया के माध्यम से शिक्षक और छात्र आपस में जुड़ सकते हैं, जानकारी साझा कर सकते हैं। सोशल मीडिया उन छात्रों के लिए भी सहायक है, जो नियमित रूप से कक्षा में जाने से असमर्थ हैं। अतः हम कह सकते हैं कि सोशल मीडिया शिक्षा का सार्वभौमीकरण करने में सहायक है। सोशल मीडिया ने छात्रों के लिए समय स्थान की बाध्यता को खत्म कर दिया है। छात्र निःसंकोच अपनी समस्याओं का समाधान सोशल मीडिया पर प्राप्त कर पाते हैं।
सोशल मीडिया शिक्षकों को भी अध्यापन की गुणवत्ता बढ़ाने में सहायता प्रदान कर सकता है। सोशल मीडिया ज्ञान का वैश्वीकरण करने में भी सहायक है। सोशल मीडिया विशेषज्ञों और शिक्षकों को अपने ज्ञान को विश्व भर में साझा करने में मदद करता है। उच्च शिक्षा जहां विद्यार्थी स्वगति व स्वेच्छा से अपनी शिक्षा ग्रहण करता है। सोशल मीडिया की सहायता से वह अपनी जिज्ञासा व समस्याओं का समाधान करते हुए अपनी तर्क क्षमता व बुद्धि से ज्ञान प्राप्त कर सकता है। सोशल मीडिया द्वारा छात्र स्वमूल्यांकन भी कर सकते हैं। अतः हम कह सकते हैं कि सोशल मीडिया छात्रों को शिक्षा में सहायता पहुंचाने में मदद कर रहा है।
मुख्य शब्द:- उच्च शिक्षा,सोशल मीडिया,तकनीकी,छात्र-छात्रायें, शिक्षक।

Additional Files

Published

31-05-2025

How to Cite

नेहा सक्सेना एवं प्रो0 स्वाति सक्सेना. (2025). उच्च शिक्षा में सोशल मीडिया की भूमिका. Ldealistic Journal of Advanced Research in Progressive Spectrums (IJARPS) eISSN– 2583-6986, 4(5), 295–299. Retrieved from https://journal.ijarps.org/index.php/IJARPS/article/view/900

Issue

Section

Research Paper