भारत की G-20 अध्यक्षताः संकल्पना, नीतिगत सुझाव और प्रभाव

Authors

  • डा0 मो0 इसरार खॉं

Abstract

भारत की 2023 की जी-20 अध्यक्षता ने वैश्विक शासन व्यवस्था में भारत की भूमिका को एक नई दिशा प्रदान की। “वसुधैव कुटुम्बकम्- एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य” की थीम के अंतर्गत भारत ने न केवल वैश्विक दक्षिण की प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाया, बल्कि जलवायु परिवर्तन, हरित ऊर्जा संक्रमण, डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर, बहुपक्षीय संस्थागत सुधार तथा वैश्विक वित्तीय स्थिरता जैसे विषयों पर ठोस पहल की। इस अध्यक्षता के माध्यम से भारत ने यह प्रदर्शित किया कि विकासशील देश भी वैश्विक नीतिनिर्माण में निर्णायक नेतृत्व दे सकते हैं। भारत की अध्यक्षता ने जहाँ देश की कूटनीतिक स्थिति को मज़बूती दी, वहीं अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और वैश्विक शांति के नए आयाम भी स्थापित किए।
मुख्य शब्द- भारत, जी-20 अध्यक्षता, वसुधैव कुटुम्बकम्, वैश्विक दक्षिण, सतत विकास, हरित ऊर्जा, डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर, बहुपक्षीय सुधार, अंतर्राष्ट्रीय सहयोग, वैश्विक शासन।

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Published

31-08-2025

How to Cite

डा0 मो0 इसरार खॉं. (2025). भारत की G-20 अध्यक्षताः संकल्पना, नीतिगत सुझाव और प्रभाव. Ldealistic Journal of Advanced Research in Progressive Spectrums (IJARPS) eISSN– 2583-6986, 4(08), 197–202. Retrieved from https://journal.ijarps.org/index.php/IJARPS/article/view/939

Issue

Section

Research Paper