आधुनिक जीवन एवं मानसिक स्वास्थ्यः दशा एवं दिशा
Abstract
वर्तमान युग तकनीकी का युग है। तकनीकी के कारण मानव जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में भौतिक सुख-संसाधनों की अपार वृद्धि हो रही है जिसके कारण प्रत्येक व्यक्ति अपने विगत की अपेक्षा भौतिक रूप से अधिकाधिक समृद्ध एवं सम्पन्न होता जा रहा है। किन्तु इसका एक नकारात्मक पहलू यह भी है कि जहॉं एक ओर आधुनिक जीवन शैली भौतिक सम्पन्नता से ओत-प्रोत है वहीं दूसरी ओर व्यक्तित्व की विकृतियों में वृद्धि हो रही है। व्यक्तित्व की विकृति अर्थात् मानसिक स्वास्थ्य की अवनति। अतः आज इस बात की महती आवश्यकता है कि मानव के मानसिक स्वास्थ्य में सुधार किया जाये जिससे कि व्यक्तित्व का विकास सकारात्म्क दिशा में सम्भव हो सके।
कूट शब्दः मानसिक स्वास्थ्यए आधुनिक जीवन
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Published
31-08-2025
How to Cite
डॉ. रियंका सिंह. (2025). आधुनिक जीवन एवं मानसिक स्वास्थ्यः दशा एवं दिशा . Ldealistic Journal of Advanced Research in Progressive Spectrums (IJARPS) eISSN– 2583-6986, 4(08), 208–211. Retrieved from https://journal.ijarps.org/index.php/IJARPS/article/view/943
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Research Paper
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