ग्रामीण महिलाओ के विकास के लिए स्वयं सहायता समूह एंव मंच

Authors

  • श्रीमती विनोद1

Abstract

महिलाओ को सशक्त बनाने के लिए स्वयं सहायता समूह कि शुरूआत 1972 में इला भहट द्वारा श्ैम्ॅ।श् कि शुरूआत से मानी जाती है लेकिन औपचारिक रूप से इसकी शुरूआत 1992 मे मानी जाती है क्योकि नाबार्ड ने ैभ्ळ को बैंक लिनेज कार्यक्रम से जोडकर इसे विश्व का सबसे बडा सुक्ष्य वित्तिय कार्यक्रम बना दिया इस संगठन का उद्देश्य औपचारिक क्षेत्रो में महिलाओ सशक्त बनाना है महिला सशक्तिकरण एंव स्वयं सहायता समूह एक दुसरे पर अर्न्तनिर्भर विषय है क्योकि ैभ्ळ एंव समाज समाजिक, आर्थिक पृष्ठ भूमि वाी महिलाओ के द्वारा अपनी स्थिति मे सुधार के लिये बनाये जाते है।
बीज शब्द- ैभ्ळए विकासशील महिलाएँ, ग्रामीण महिलाएँ, महिला सशक्तिकरण।

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Published

30-11-2024

How to Cite

श्रीमती विनोद1. (2024). ग्रामीण महिलाओ के विकास के लिए स्वयं सहायता समूह एंव मंच. Ldealistic Journal of Advanced Research in Progressive Spectrums (IJARPS) eISSN– 2583-6986, 3(11), 266–269. Retrieved from https://journal.ijarps.org/index.php/IJARPS/article/view/532

Issue

Section

Research Paper