महिला सशक्तिकरण पर के शिक्षा के प्रभावः एक समाजशास्त्रिय अध्ययन
Abstract
शिक्षा सामाजिक सशक्तिकरण के लिए प्रथम एवं मूलभूत साधन है। शिक्षा जीवन के दरवाजे की कुंजी है जिसका लक्ष्य ज्ञान रूपी प्रकाश को फैलाना तथा अज्ञानता रूपी अंधेरे को दूर करना है। सशक्तिकरण एक सतत प्रक्रिया है इसका प्रारंभ व्यक्ति से होता है तथा विलय समाज कि विचारधारा के साथ होता हैं वहीं विचारधारा उसे कालांतर मे विकसीत तथा पोषित करती है। समाज में महिलाओं को सशक्त करने की प्रक्रिया की शुरूआत परिवार से होती है क्योंकि परिवार ही वह पहली इकाई है जो महिलाओं को शिक्षित करने और उन्हें शिक्षा का महत्व समझाने कि शुरूआत करता है, क्यांेकि विभिन्न परिवारों के योग से ही समुदाय तथा समाज का निर्माण होता है। यदि परिवार स्त्रियों के साथ समानता का व्यवहार करें लडकी और लड़के को शिक्षा का समान अवसर प्रदान करे तो महिलाएं स्वयं ही सशक्त हो जाती हैं।
शब्द कुंजी- सशक्तिकरण, शिक्षा, सामाजिक परिवर्तन, समानता
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