भारत-रूस संबंधः सहयोग और भविष्य की संभावनाएं

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भारत और रूस के संबंध ऐतिहासिक रूप से घनिष्ठ और बहुआयामी रहे हैं। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद, सोवियत संघ और स्वतंत्र भारत के बीच संबंधों की शुरुआत हुई, जो शीत युद्ध के दौरान रणनीतिक साझेदारी में परिवर्तित हो गई। समय के साथ, यह संबंध सैन्य, आर्थिक, सांस्कृतिक और कूटनीतिक रूप से और मजबूत हुआ। वर्तमान में, रूस भारत का एक प्रमुख रक्षा आपूर्तिकर्ता है और दोनों देश अंतरराष्ट्रीय मंचों पर एक-दूसरे का समर्थन करते हैं। इस शोध पत्र में भारत-रूस संबंधों के ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य, आर्थिक सहयोग, रक्षा साझेदारी, ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग, अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सहयोग और भविष्य की संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा की गई है।
शब्द कुंजी- भारत-रूस संबंध, रणनीतिक साझेदारी, रक्षा सहयोग, ऊर्जा सहयोग, आर्थिक संबंध, सांस्कृतिक आदान-प्रदान।

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Published

30-11-2024

How to Cite

डा0 अरविन्द कुमार शुक्ल. (2024). भारत-रूस संबंधः सहयोग और भविष्य की संभावनाएं. Ldealistic Journal of Advanced Research in Progressive Spectrums (IJARPS) eISSN– 2583-6986, 3(11), 280–287. Retrieved from https://journal.ijarps.org/index.php/IJARPS/article/view/598

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