प्लेटो का आदर्श राज्य

Authors

  • डा0 अरविन्द कुमार शुक्ल

Abstract

प्लेटो, जोकि एक महान यूनानी दार्शनिक थे, ने अपने ग्रंथ ’रिपब्लिक’ (त्मचनइसपब) में आदर्श राज्य की अवधारणा प्रस्तुत की है। उनके अनुसार, आदर्श राज्य का आधार न्याय पर टिका होता है, जहाँ समाज तीन वर्गों में विभाजित होता हैरू शासक, सैनिक, और उत्पादक। प्रत्येक वर्ग का एक निश्चित कर्तव्य होता है, और यह समाज में सामंजस्य बनाए रखने के लिए आवश्यक होता है। प्लेटो ने दार्शनिक राजा की संकल्पना भी दी, जिसमें वह मानते थे कि शासक वह होना चाहिए जो ज्ञान और न्याय में सर्वाेच्च हो। इस शोध-पत्र में प्लेटो के आदर्श राज्य की विशेषताओं, उसकी व्यवहारिकता और आधुनिक संदर्भ में इसकी प्रासंगिकता पर विस्तार से चर्चा की गई है।
कीवर्ड- प्लेटो, आदर्श राज्य, न्याय, दार्शनिक राजा, रिपब्लिक, समाज-वर्गीकरण, राजनीति, नैतिकता

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Published

29-02-2024

How to Cite

डा0 अरविन्द कुमार शुक्ल. (2024). प्लेटो का आदर्श राज्य. Ldealistic Journal of Advanced Research in Progressive Spectrums (IJARPS) eISSN– 2583-6986, 3(02), 45–51. Retrieved from https://journal.ijarps.org/index.php/IJARPS/article/view/614

Issue

Section

Research Paper

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