रॉबर्ट नोज़िक का न्याय सिद्धांत, व्यक्तिवाद और स्वतंत्रता

Authors

  • डा0 अरविन्द कुमार शुक्ल

Abstract

रॉबर्ट नोज़िक (1938-2002) 20वीं सदी के प्रमुख राजनीतिक दार्शनिकों में से एक थे। उन्होंने अपनी पुस्तक Anarchy, State, and Utopia (1974) में न्यूनतम राज्यवाद  का समर्थन करते हुए जॉन रॉल्स के पुनर्वितरणवादी  न्याय सिद्धांत की आलोचना की। नोज़िक का तर्क था कि व्यक्तिगत स्वतंत्रता सर्वाेपरि है और संपत्ति का अधिकार मौलिक है। उनका हक-आधारित न्याय सिद्धांत स्वतंत्रता और व्यक्तिवाद के मूल्यों को बल देता है। इस शोध पत्र में नोज़िक के न्याय सिद्धांत का विस्तार से अध्ययन किया गया है और इसे व्यक्तिवाद तथा स्वतंत्रता के व्यापक परिप्रेक्ष्य में रखा गया है।
कीवर्ड- रॉबर्ट नोज़िक, न्याय सिद्धांत, व्यक्तिवाद, स्वतंत्रता, न्यूनतम राज्यवाद, संपत्ति अधिकार, हक आधारित न्याय

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Published

31-08-2024

How to Cite

डा0 अरविन्द कुमार शुक्ल. (2024). रॉबर्ट नोज़िक का न्याय सिद्धांत, व्यक्तिवाद और स्वतंत्रता. Ldealistic Journal of Advanced Research in Progressive Spectrums (IJARPS) eISSN– 2583-6986, 3(8), 39–44. Retrieved from https://journal.ijarps.org/index.php/IJARPS/article/view/620

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Research Paper

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