उत्तर प्रदेश की प्रथम सरकार (1950-1952)- लोकतांत्रिक विकास और चुनौतियों का विश्लेषण
Abstract
यह शोध पत्र उत्तर प्रदेश की प्रथम सरकार (1950-1952) की नीतियों, चुनौतियों और उपलब्धियों का विश्लेषण करता है। गोविंद बल्लभ पंत के नेतृत्व में सरकार ने भूमि सुधार, कृषि, औद्योगिक विकास, और सामाजिक सुधार के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कदम उठाए। ज़मींदारी उन्मूलन अधिनियम के तहत किसानों को उनकी जमीन का अधिकार दिया गया, जिससे राज्य में कृषि सुधारों की नींव रखी गई। औद्योगिक विकास के लिए छोटे और मध्यम उद्योगों को बढ़ावा दिया गया। इसके साथ ही, सरकार ने शिक्षा और सामाजिक सुधारों पर जोर दिया, जिससे महिलाओं और दलितों के अधिकारों में सुधार हुआ। हालांकि, सरकार को विभाजन के बाद सांप्रदायिक और सामाजिक चुनौतियों का सामना करना पड़ा। विपक्षी दलों की आलोचनाओं के बावजूद, पंत सरकार ने राज्य में विकास और स्थिरता को सुनिश्चित किया, जिसका दीर्घकालिक प्रभाव उत्तर प्रदेश की राजनीतिक और सामाजिक संरचना पर देखा गया।
मुख्य शब्द- उत्तर प्रदेश, प्रथम सरकार, गोविंद बल्लभ पंत, भूमि सुधार, औद्योगिक विकास, सामाजिक सुधार, ज़मींदारी उन्मूलन
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