महात्मा गांधी के भारतीय राजनीतिक अहिंसा संबंधी विचार
Abstract
महात्मा गांधी, जिन्हें बापू और राष्ट्रपिता के नाम से जाना जाता है, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सबसे प्रमुख नेताओं में से एक थे। वे केवल एक राजनीतिक नेता ही नहीं, बल्कि एक सामाजिक सुधारक और आध्यात्मिक प्रेरक भी थे। उन्होंने अपने जीवनभर अहिंसा और सत्याग्रह के सिद्धांतों का पालन किया और पूरी दुनिया को यह संदेश दिया कि बिना हिंसा के भी बड़े से बड़े परिवर्तन किए जा सकते हैं। उनका यह विचार आज भी प्रासंगिक है और अनेक सामाजिक तथा राजनीतिक आंदोलनों में प्रेरणा का स्रोत बना हुआ है।
महात्मा गांधी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान नेता और विश्व में अहिंसा के सबसे बड़े प्रवर्तक माने जाते हैं। उनका संपूर्ण जीवन सत्य, अहिंसा और सामाजिक न्याय के सिद्धांतों पर आधारित था। भारतीय राजनीति में अहिंसा का विचार एक महत्वपूर्ण विषय है, जिसने न केवल भारत बल्कि विश्वभर में सामाजिक और राजनीतिक आंदोलनों को प्रभावित किया। गांधीजी का यह विचार भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की आत्मा बना और भारत को अंग्रेजों की दासता से मुक्त कराने में एक प्रमुख रणनीति के रूप में उभरा।
शब्द कुंजी- राजनीतिक विचारक, महात्मा गांधी, भारतीय राजनीतिक विचार, सत्य, अहिंसा, सामाजिक न्याय
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