हथियारों की दौड़ और वैश्विक स्थायित्व

Authors

  • डा0 अरविन्द कुमार शुक्ल

Abstract

यह शोध पत्र हथियारों की दौड़ और वैश्विक स्थायित्व के बीच गहरे और जटिल संबंधों का विश्लेषण करता है। 20वीं शताब्दी की शुरुआत से लेकर वर्तमान तक, हथियारों की होड़ ने वैश्विक राजनीति और सुरक्षा को निर्णायक रूप से प्रभावित किया है। इस अध्ययन में परमाणु हथियारों, हाइपरसोनिक मिसाइलों, कृत्रिम बुद्धिमत्ता आधारित स्वायत्त हथियार प्रणालियों, साइबर युद्ध, और अंतरिक्ष सैन्यीकरण जैसे आधुनिक आयामों को समाहित किया गया है। शोध में यह विश्लेषण किया गया है कि इन तकनीकों के तेजी से विकास ने अंतरराष्ट्रीय शांति और स्थायित्व के लिए क्या खतरे उत्पन्न किए हैं। साथ ही, इसमें वैश्विक हथियार नियंत्रण संधियों और बहुपक्षीय कूटनीतिक प्रयासों की प्रभावशीलता का आकलन किया गया है। यह अध्ययन विभिन्न क्षेत्रों में जैसे भारत-पाकिस्तान, चीन-एशिया प्रशांत, और रूस-यूक्रेन संघर्ष दृ हथियारों की दौड़ के क्षेत्रीय प्रभाव का भी मूल्यांकन करता है। शोध पत्र का निष्कर्ष यह सुझाता है कि वैश्विक स्थायित्व के लिए संतुलित हथियार नियंत्रण नीति, तकनीकी विकास में नैतिकता और पारदर्शिता, और अंतरराष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता है।
मुख्य शब्द- हथियारों की दौड़, वैश्विक स्थायित्व, परमाणु हथियार, हाइपरसोनिक मिसाइलें, स्वायत्त हथियार प्रणालियाँ, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, साइबर युद्ध, अंतरिक्ष सैन्यीकरण, अंतरराष्ट्रीय हथियार नियंत्रण संधियाँ, रणनीतिक स्थिरता, वैश्विक राजनीति, क्षेत्रीय सुरक्षा, अंतरराष्ट्रीय शांति और सहयोग

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Published

31-05-2025

How to Cite

डा0 अरविन्द कुमार शुक्ल. (2025). हथियारों की दौड़ और वैश्विक स्थायित्व . Ldealistic Journal of Advanced Research in Progressive Spectrums (IJARPS) eISSN– 2583-6986, 4(5), 247–254. Retrieved from https://journal.ijarps.org/index.php/IJARPS/article/view/777

Issue

Section

Research Paper

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