लैंगिक हिंसा और मानव गरिमा

Authors

  • डा0 अरविन्द कुमार शुक्ल

Abstract

लैंगिक हिंसा एक वैश्विक सामाजिक समस्या है जो मानव गरिमा के मूलभूत सिद्धांतों का उल्लंघन करती है। यह हिंसा विभिन्न रूपों में प्रकट होती है, जैसे घरेलू हिंसा, कार्यस्थल पर उत्पीड़न, यौन शोषण, मानव तस्करी और ऑनलाइन दुर्व्यवहार। लैंगिक हिंसा न केवल महिलाओं और बच्चों को प्रभावित करती है, बल्कि पुरुषों और एलजीबीटीक्यू$ समुदाय के सदस्यों के लिए भी यह एक गंभीर चुनौती बनी हुई है। यह शोध पत्र लैंगिक हिंसा के ऐतिहासिक, कानूनी, सामाजिक, सांस्कृतिक और मनोवैज्ञानिक पहलुओं का विश्लेषण करता है। शोध का उद्देश्य लैंगिक समानता को बढ़ावा देना, हिंसा के मूल कारणों की पहचान करना, और प्रभावी निवारण के उपायों की सिफारिश करना है।
कीवर्ड- लैंगिक हिंसा, मानव गरिमा, सामाजिक न्याय, कानूनी संरक्षण, महिलाओं के अधिकार, यौन शोषण, घरेलू हिंसा, लिंग भेदभाव, साइबर उत्पीड़न, कार्यस्थल सुरक्षा।

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Published

30-09-2023

How to Cite

डा0 अरविन्द कुमार शुक्ल. (2023). लैंगिक हिंसा और मानव गरिमा. Ldealistic Journal of Advanced Research in Progressive Spectrums (IJARPS) eISSN– 2583-6986, 2, 67–74. Retrieved from https://journal.ijarps.org/index.php/IJARPS/article/view/624